शीतयुद्ध का दौर
शीतयुद्ध का दौर ( परीक्षा उपयोगी महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर)
1. भारत की गुटनिरपेक्षता को ‘‘सिद्धान्त विहीन’’ गुटनिरपेक्षता कहा गया हैं क्योंकि भारत ने अपने हित साधने के लिए कई अन्तर्राष्ट्रीय मामलों में अपना पक्ष देने से बचता रहा हैं।
2. भारत ने सन् 1971 में बांग्लादेष के संकट के समय सोवियत संघ से अगस्त 1971 1. भारत की गुटनिरपेक्षता को ‘‘सिद्धान्त विहीन’’ गुटनिरपेक्षता कहा गया हैं क्योंकि भारत ने अपने हित साधने के लिए कई अन्तर्राष्ट्रीय मामलों में अपना पक्ष देने से बचता रहा हैं।
2. भारत ने सन् 1971 में बांग्लादेष के संकट के समय सोवियत संघ से अगस्त 1971 में एक बीस वर्षीय सैन्य संधि की जो कि गुट निरपेक्षता के सिद्धान्तों के खिलाफ हैं।सीमित परमाणु परीक्षण संधि-एलटीबीटी
वायुमंडल, बाहरी अंतरिक्ष तथा पानी वेफ अंदर परमाणु हथियारों के परीक्षण पर बतिबंध लगाने वाली इस संधि पर अमरीका ब्रिटेन तथा सोवियत संघ ने मास्को में 5 अगस्त 1963 को हस्ताक्षर किए। यह संधि 10 अक्तूबर 1963 से बभावी हो गई।
परमाणु अप्रसार संधि -एनपीटीयह संधि केवल परमाणु शक्ति-संपन्न देशों को एटमी हथियार रखने की अनुमति देती है और बाकी देशों को ऐसे हथियार हासिल करने से रोकती है। परमाणु अप्रसार संधि के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए उन देशों को परमाणु-शक्ति से संपन्न देश माना गया जिन्होंने 1 जनवरी 1967 से पहले किसी परमाणु हथियार अथवा अन्य विस्फोटक परमाणु सामग्रियों का निर्माण और विस्फोट किया हो। इस परिभाषा के अंतर्गत पाँच देशों – अमरीका, सोवियत संघ ;बाद में रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन को परमाणु-शक्ति से संपन्न माना गया। इस संधि पर एक जुलाई 1968 को वाॅशिंग्टन, लंदन और मास्को में हस्ताक्षर हुए और यह संधि 5 मार्च 1970 से प्रभावी हुई। इस संधि को 1995 में अनियतकाल के लिए बढ़ा दिया में एक बीस वर्षीय सैन्य संधि की जो कि गुट निरपेक्षता के सिद्धान्तों के खिलाफ हैं।सीमित परमाणु परीक्षण संधि-एलटीबीटी
वायुमंडल, बाहरी अंतरिक्ष तथा पानी वेफ अंदर परमाणु हथियारों के परीक्षण पर बतिबंध लगाने वाली इस संधि पर अमरीका ब्रिटेन तथा सोवियत संघ ने मास्को में 5 अगस्त 1963 को हस्ताक्षर किए। यह संधि 10 अक्तूबर 1963 से बभावी हो गई।
परमाणु अप्रसार संधि -एनपीटीयह संधि केवल परमाणु शक्ति-संपन्न देशों को एटमी हथियार रखने की अनुमति देती है और बाकी देशों को ऐसे हथियार हासिल करने से रोकती है। परमाणु अप्रसार संधि के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए उन देशों को परमाणु-शक्ति से संपन्न देश माना गया जिन्होंने 1 जनवरी 1967 से पहले किसी परमाणु हथियार अथवा अन्य विस्फोटक परमाणु सामग्रियों का निर्माण और विस्फोट किया हो। इस परिभाषा के अंतर्गत पाँच देशों – अमरीका, सोवियत संघ ;बाद में रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन को परमाणु-शक्ति से संपन्न माना गया। इस संधि पर एक जुलाई 1968 को वाॅशिंग्टन, लंदन और मास्को में हस्ताक्षर हुए और यह संधि 5 मार्च 1970 से प्रभावी हुई। इस संधि को 1995 में अनियतकाल के लिए बढ़ा दिया
महत्वपूर्ण प्रश्न
Q1 शीत युद्ध से क्या अभिप्राय है?
Ans एक ऐसी अवस्था है जिसमें दो या 2 देशों से अधिक के बीच भय अनिश्चनिश्चय ,असुरक्षा,कूटनीतिक दावपेच वैचारिक घृणाएक दूसरे को छोटा दिखाकर खुद को ऊंचा दिखाने की होड़ का वातावरण रहता है!
Q2 शीत युद्ध के दौरान दो गुटों के नाम व विचारधारा लिखें?
Ans सोवियत संघ रूस-- समाजवादी विचारधारा!
अमेरिका-- उदार पूंजीवादी!
Q3 शीत युद्ध के प्रमुख लक्षणों का वर्णन करें?
Ans यह दो महाशक्तियों के बीच वर्चस्व की प्राप्ति का संघर्ष है!इस दौर में विश्व दो भागों में बट गया जैसे अमेरिकन या पश्चिमी गुट सोवियत या समाजवादी गुट!पश्चिमी गोटेदार लोकतांत्रिक था तथा पूंजीवाद का समर्थन करता था! जबकि सो गया तानाशाही का समर्थक था दोनों की विचारधारा मेल नहीं खाती थी! दोनों के पास अपने सैनिकों थे व सैन्य संगठन मौजूद थे,जो अपने ग्रुप के सदस्यों कोसुरक्षा का आश्वासन देते थे!अपने साथ जोड़ने के लिए महाशक्तियां छोटे राष्ट्रों को प्रलोभन देती थी वह छोटे राष्ट्र उनके दुष्परिणामों से बचने के लिए उनके साथ जुड़े !शीत युद्ध में प्रचार का महत्व था यह वाक्य था दोनों संगठन सैनिक हस्तक्षेप करके अपनी स्थिति मजबूत करने में लगे थे!
Q4 शीत युद्ध से "हथियारों की होड़ में हत्यारों पर नियंत्रण 'दोनों ही प्रक्रियाएं पैदा हुई इन प्रक्रियाओं के क्या कारण थे?
Ans 1945 के बाद विश्व में शीत युद्ध की शुरुआत हुई थी! हथियारों की होड़ की प्रक्रिया का मुख्य कारण था दोनों ही शक्तियों में एक-दूसरे को खुद से ज्यादा शक्तिशाली दिखाने की होड़,ताकि मैं अपने प्रभाव में वृद्धि कर सके!दोनों ही एक दूसरे को शक की दृष्टि से देखते थे,क्यों क्यों नहीं यह जानकारी नहीं थी कि दूसरा देश कितना शक्तिशाली हैवह अपनी ताकत में वृद्धि करने के लिए कौन सा हथियार इस्तेमाल कर रहा ,शीतयुद्ध के दौर में हथियारों की होड़ रही!
Q5 गुटनिरपेक्षता की नीति के बारे में बताएं?
Ans किसी भी गुट में शामिल ना होकर दोनों से सहायता प्राप्त करना अपना विकास करनाएवं अपनी विदेश नीति स्वतंत्र आकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्वतंत्र निर्णय लेना!
Q6 निशस्त्रीकरण से क्या प्राय है?
Ans हथियारों का निर्माण ना करना एवं नियंत्रण करना!
Q7 नेताओं के नाम जिनके कारण गुटनिरपेक्षता का जन्म हुआ?
Ans *भारत के जवाहरलाल नेहरु
* मिस्र के कर्नल नासि र
* युगोस्लाविया के मिस्टर टीटो!
Q8 भारत की गुटनिरपेक्षता की नीति अपनाने के दो कारण?
Ans आर्थिक पुनर्निर्माण - स्वतंत्रता के पश्चात भारत के सामने सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न आते आर्थिक ने पुनर्निर्माण का था अतः भारत के लिए गुटनिरपेक्ष किसी भी गुट का सदस्य नहीं बनना ही उचित थाताकि वह जरूरत पर सभी से सहायता प्राप्त कर सके!
* स्वतंत्र नीति के निर्धारण के लिए भारत गुटनिरपेक्षता की नीति से भारत को स्वतंत्र विदेशनीति निर्धारण करने में सहायता मिली!
Q9 गुटनिरपेक्ष आंदोलन के चार उद्देश्य की व्याख्या करें?
Ansविकासशील देशों के दुष्परिणामों से बचानाखाली फोटो से अलग रखना!
* गुटनिरपेक्ष आंदोलन का देश विकासशील देशों को सम्मान और प्रतिष्ठा दिलाना है!
* सदस्य देशों के मध्य सामाजिक व आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना!
* उपनिवेशवाद एवं साम्राज्यवाद का विरोध करना!
* तेज आर्थिक विकास को बढ़ावा देना!
Q10 भारत की गुटनिरपेक्षता की नीति की पांच विशेषताएं बताइए?
Ans भारत किसी भी गुट का सदस्य नहीं बनना और इसकी नीति स्वतंत्र,भारत के नीति सभी देशों के साथ महत्वपूर्ण संबंध बनाने पर बल देती है साम्राज्यवाद के विरुद्ध रंगभेद के विरुद्ध है,विकासशील देशों के मध्य सामाजिक आर्थिक राजनीतिक सहयोग देने पर बल देती है!
Q11 क्या गुटनिरपेक्ष आंदोलन आज भी प्रासंगिक है इस कथन के बारे में आप क्या सोचते हैं?
Ans गुटनिरपेक्ष आंदोलन आदमी पसंद नहीं है बल्कि वर्तमान में इसकी प्रसांगिकता और भी बढ़ रही है 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद विश्व एकध्रुवीय हो गया जिसके कारण अमेरिका का वर्चस्व बड़ा!
* गुटनिरपेक्ष आंदोलन अमेरिका यूरोप जापान जैसे पूंजीवादी देशों से उनकी रक्षा के लिए आवश्यक है!
* नवोदित राष्ट्रों का संगठन होने के कारण इसकी प्रसांगिकता आज भी है इन राष्ट्रों का आर्थिक व राजनीतिक विकास परस्पर सहयोग पर निर्भर है!
*गुटनिरपेक्ष आंदोलन के माध्यम से निशस्त्रीकरण के आवाज उठाई जा रही है जो गुटनिरपेक्ष देशों को सुरक्षा प्रदान कर रही है!
*गुटनिरपेक्ष आंदोलन में शामिल थे विकासशील या अल्पविकसित है सभी समस्याएं लगभग समान है अतः आपसे सहयोग से ही उन्नति हो सकती है!
* वर्तमान महाशक्ति अमेरिका के प्रभाव से मुक्त रहने के लिए निर्गुट राष्ट्रों का आपसी सहयोग भी आवश्यक है!
Q12अंकडॉट पर टिप्पणी दें?
Ans अंक डॉट यानी यूनाइटेड नेशनल कांफ्रेंस ऑन ट्रेड एंड डेवलपमेंट- विकास के लिए नई नीति नमक रिपोर्ट प्रकाशित की गई इस रिपोर्ट में विकासशील देशों को अपने प्रकार प्राकृतिक संसाधनों पर नियंत्रण प्रदान करना गरीब देशों के लिए विकसिको बाजार उपलब्ध करवाना पश्चिमी देशों से आयातित अपनी को सुलभ बनाना विकासशील देशों को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं में अधिक भूमिका प्रदान करना आदि शामिल किया गया!
Q13 महाशक्तियां छोटे देशों के साथ सैन्य गठबंधन क्यों रखती थी?
Ans महाशक्तियां छोटे देशों के साथ सैन्य गठबंधन रखती थी ताकि वे छोटे देशों के संसाधनों जैसे तेल खनिज आदि की भक्ति कर सके सैनिक दिखाना से जान सकते हैं एक दूसरे की जा सकती थी आर्थिक सहायता लेना उनकी सेना का प्रयोग करना!
Q14क्यूबा मिसाइल संकट के समय अमेरिका सोवियत संघ एवं क्यूबा का नेतृत्व कौन कौन से नेता कर रहे थे?
Ansअमेरिका का नेतृत्व राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी कर रहे थे वह सोवियत संघ के राष्ट्रपति निकिता ख्रुश्चेव व क्यूबा के फिदेल कास्त्रो!
Q15 NPT का विस्तार लिखें?
Ans परमाणु अप्रसार संधि!
Q16 नाटो का विस्तार लिखिए?
Ans नॉर्थ अटलांटिक संधि संगठन!
Q17 परमाणु बमों के गुप्त नाम क्या थे?
Ans लिटिल बॉय ,फैट मैन!
Q18 साल्ट का पूर्ण रूप लिखिए?
Ansसामरिक अस्त्र परिसीमन वार्ता!
Q19स्टार्ट का पूर्ण रूप लिखिए?
Ans सामरिक अस्त्र न्यूनीकरण संधि!
Q20UNCTAD का पूर्ण रूप लिखिए?
Ans संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन!
Q21 जापान के किन दो शहरों पर परमाणु हमले किए गए?
Ans हिरोशिमा व नागासाकी!
Q22 नव अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था का प्रमुख लक्ष्य क्या था?
Ans अल्पविकसित देशों का अपने संसाधनों पर नियंत्रण होगा तथा पश्चिमी देशों के बाजारों तक उनकी पहुंच होगी!
Q23 शीत युद्ध के दौरान की गई विभिन्न संधियों के नाम?
Ans LTBP एनपीटी सामरिक अस्त्र परिसीमन वार्ता प्रथम सामरिक अस्त्र परिसीमन वार्ता ,सामरिक अस्त्र न्यूनीकरण संधि ,सामरिक अस्त्र न्यूनीकरण संधि दित्य,CTBT.
Q24 तीसरी दुनिया के देश किन्हें कहा जाता है?
Ans द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात सरपंच एशिया अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के देशों को तीसरी दुनिया के देश के नाम से जाना जाता है!
Q25शीत युद्ध के परिणाम?
Ans गुटनिरपेक्ष आंदोलन का उदय ,हथियारों की होड़ ,हत्यारों पर नियंत्रण, महाशक्तियों की ओर से वैज्ञानिक एवं तकनीकी क्षेत्र में प्रतियोगिता, संयुक्त राष्ट्र संघ की कार्य कुशलता में कमी,दो ध्रुवीय विश्व का उदय सैन्य संधियों का गठन!
जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है कि यह अस्त्र-शस्त्रों का युद्ध न होकर धमकियों तक ही सीमित युद्ध है। इस युद्ध में कोई वास्तविक युद्ध नहीं लड़ा गया। यह केवल परोक्ष युद्ध तक ही सीमित रहा। इस युद्ध में दोनों महाशक्तियों ने अपने वैचारिक मतभेद ही प्रमुख रखे। यह एक प्रकार का कूटनीतिक युद्ध था जो महाशक्तियों के संकीर्ण स्वार्थ सिद्धियों के प्रयासों पर ही आधारित रहा।
2. भारत ने सन् 1971 में बांग्लादेष के संकट के समय सोवियत संघ से अगस्त 1971 1. भारत की गुटनिरपेक्षता को ‘‘सिद्धान्त विहीन’’ गुटनिरपेक्षता कहा गया हैं क्योंकि भारत ने अपने हित साधने के लिए कई अन्तर्राष्ट्रीय मामलों में अपना पक्ष देने से बचता रहा हैं।
2. भारत ने सन् 1971 में बांग्लादेष के संकट के समय सोवियत संघ से अगस्त 1971 में एक बीस वर्षीय सैन्य संधि की जो कि गुट निरपेक्षता के सिद्धान्तों के खिलाफ हैं।सीमित परमाणु परीक्षण संधि-एलटीबीटी
वायुमंडल, बाहरी अंतरिक्ष तथा पानी वेफ अंदर परमाणु हथियारों के परीक्षण पर बतिबंध लगाने वाली इस संधि पर अमरीका ब्रिटेन तथा सोवियत संघ ने मास्को में 5 अगस्त 1963 को हस्ताक्षर किए। यह संधि 10 अक्तूबर 1963 से बभावी हो गई।
परमाणु अप्रसार संधि -एनपीटीयह संधि केवल परमाणु शक्ति-संपन्न देशों को एटमी हथियार रखने की अनुमति देती है और बाकी देशों को ऐसे हथियार हासिल करने से रोकती है। परमाणु अप्रसार संधि के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए उन देशों को परमाणु-शक्ति से संपन्न देश माना गया जिन्होंने 1 जनवरी 1967 से पहले किसी परमाणु हथियार अथवा अन्य विस्फोटक परमाणु सामग्रियों का निर्माण और विस्फोट किया हो। इस परिभाषा के अंतर्गत पाँच देशों – अमरीका, सोवियत संघ ;बाद में रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन को परमाणु-शक्ति से संपन्न माना गया। इस संधि पर एक जुलाई 1968 को वाॅशिंग्टन, लंदन और मास्को में हस्ताक्षर हुए और यह संधि 5 मार्च 1970 से प्रभावी हुई। इस संधि को 1995 में अनियतकाल के लिए बढ़ा दिया में एक बीस वर्षीय सैन्य संधि की जो कि गुट निरपेक्षता के सिद्धान्तों के खिलाफ हैं।सीमित परमाणु परीक्षण संधि-एलटीबीटी
वायुमंडल, बाहरी अंतरिक्ष तथा पानी वेफ अंदर परमाणु हथियारों के परीक्षण पर बतिबंध लगाने वाली इस संधि पर अमरीका ब्रिटेन तथा सोवियत संघ ने मास्को में 5 अगस्त 1963 को हस्ताक्षर किए। यह संधि 10 अक्तूबर 1963 से बभावी हो गई।
परमाणु अप्रसार संधि -एनपीटीयह संधि केवल परमाणु शक्ति-संपन्न देशों को एटमी हथियार रखने की अनुमति देती है और बाकी देशों को ऐसे हथियार हासिल करने से रोकती है। परमाणु अप्रसार संधि के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए उन देशों को परमाणु-शक्ति से संपन्न देश माना गया जिन्होंने 1 जनवरी 1967 से पहले किसी परमाणु हथियार अथवा अन्य विस्फोटक परमाणु सामग्रियों का निर्माण और विस्फोट किया हो। इस परिभाषा के अंतर्गत पाँच देशों – अमरीका, सोवियत संघ ;बाद में रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन को परमाणु-शक्ति से संपन्न माना गया। इस संधि पर एक जुलाई 1968 को वाॅशिंग्टन, लंदन और मास्को में हस्ताक्षर हुए और यह संधि 5 मार्च 1970 से प्रभावी हुई। इस संधि को 1995 में अनियतकाल के लिए बढ़ा दिया
महत्वपूर्ण प्रश्न
Q1 शीत युद्ध से क्या अभिप्राय है?
Ans एक ऐसी अवस्था है जिसमें दो या 2 देशों से अधिक के बीच भय अनिश्चनिश्चय ,असुरक्षा,कूटनीतिक दावपेच वैचारिक घृणाएक दूसरे को छोटा दिखाकर खुद को ऊंचा दिखाने की होड़ का वातावरण रहता है!
Q2 शीत युद्ध के दौरान दो गुटों के नाम व विचारधारा लिखें?
Ans सोवियत संघ रूस-- समाजवादी विचारधारा!
अमेरिका-- उदार पूंजीवादी!
Q3 शीत युद्ध के प्रमुख लक्षणों का वर्णन करें?
Ans यह दो महाशक्तियों के बीच वर्चस्व की प्राप्ति का संघर्ष है!इस दौर में विश्व दो भागों में बट गया जैसे अमेरिकन या पश्चिमी गुट सोवियत या समाजवादी गुट!पश्चिमी गोटेदार लोकतांत्रिक था तथा पूंजीवाद का समर्थन करता था! जबकि सो गया तानाशाही का समर्थक था दोनों की विचारधारा मेल नहीं खाती थी! दोनों के पास अपने सैनिकों थे व सैन्य संगठन मौजूद थे,जो अपने ग्रुप के सदस्यों कोसुरक्षा का आश्वासन देते थे!अपने साथ जोड़ने के लिए महाशक्तियां छोटे राष्ट्रों को प्रलोभन देती थी वह छोटे राष्ट्र उनके दुष्परिणामों से बचने के लिए उनके साथ जुड़े !शीत युद्ध में प्रचार का महत्व था यह वाक्य था दोनों संगठन सैनिक हस्तक्षेप करके अपनी स्थिति मजबूत करने में लगे थे!
Q4 शीत युद्ध से "हथियारों की होड़ में हत्यारों पर नियंत्रण 'दोनों ही प्रक्रियाएं पैदा हुई इन प्रक्रियाओं के क्या कारण थे?
Ans 1945 के बाद विश्व में शीत युद्ध की शुरुआत हुई थी! हथियारों की होड़ की प्रक्रिया का मुख्य कारण था दोनों ही शक्तियों में एक-दूसरे को खुद से ज्यादा शक्तिशाली दिखाने की होड़,ताकि मैं अपने प्रभाव में वृद्धि कर सके!दोनों ही एक दूसरे को शक की दृष्टि से देखते थे,क्यों क्यों नहीं यह जानकारी नहीं थी कि दूसरा देश कितना शक्तिशाली हैवह अपनी ताकत में वृद्धि करने के लिए कौन सा हथियार इस्तेमाल कर रहा ,शीतयुद्ध के दौर में हथियारों की होड़ रही!
Q5 गुटनिरपेक्षता की नीति के बारे में बताएं?
Ans किसी भी गुट में शामिल ना होकर दोनों से सहायता प्राप्त करना अपना विकास करनाएवं अपनी विदेश नीति स्वतंत्र आकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्वतंत्र निर्णय लेना!
Q6 निशस्त्रीकरण से क्या प्राय है?
Ans हथियारों का निर्माण ना करना एवं नियंत्रण करना!
Q7 नेताओं के नाम जिनके कारण गुटनिरपेक्षता का जन्म हुआ?
Ans *भारत के जवाहरलाल नेहरु
* मिस्र के कर्नल नासि र
* युगोस्लाविया के मिस्टर टीटो!
Q8 भारत की गुटनिरपेक्षता की नीति अपनाने के दो कारण?
Ans आर्थिक पुनर्निर्माण - स्वतंत्रता के पश्चात भारत के सामने सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न आते आर्थिक ने पुनर्निर्माण का था अतः भारत के लिए गुटनिरपेक्ष किसी भी गुट का सदस्य नहीं बनना ही उचित थाताकि वह जरूरत पर सभी से सहायता प्राप्त कर सके!
* स्वतंत्र नीति के निर्धारण के लिए भारत गुटनिरपेक्षता की नीति से भारत को स्वतंत्र विदेशनीति निर्धारण करने में सहायता मिली!
Q9 गुटनिरपेक्ष आंदोलन के चार उद्देश्य की व्याख्या करें?
Ansविकासशील देशों के दुष्परिणामों से बचानाखाली फोटो से अलग रखना!
* गुटनिरपेक्ष आंदोलन का देश विकासशील देशों को सम्मान और प्रतिष्ठा दिलाना है!
* सदस्य देशों के मध्य सामाजिक व आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना!
* उपनिवेशवाद एवं साम्राज्यवाद का विरोध करना!
* तेज आर्थिक विकास को बढ़ावा देना!
Q10 भारत की गुटनिरपेक्षता की नीति की पांच विशेषताएं बताइए?
Ans भारत किसी भी गुट का सदस्य नहीं बनना और इसकी नीति स्वतंत्र,भारत के नीति सभी देशों के साथ महत्वपूर्ण संबंध बनाने पर बल देती है साम्राज्यवाद के विरुद्ध रंगभेद के विरुद्ध है,विकासशील देशों के मध्य सामाजिक आर्थिक राजनीतिक सहयोग देने पर बल देती है!
Q11 क्या गुटनिरपेक्ष आंदोलन आज भी प्रासंगिक है इस कथन के बारे में आप क्या सोचते हैं?
Ans गुटनिरपेक्ष आंदोलन आदमी पसंद नहीं है बल्कि वर्तमान में इसकी प्रसांगिकता और भी बढ़ रही है 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद विश्व एकध्रुवीय हो गया जिसके कारण अमेरिका का वर्चस्व बड़ा!
* गुटनिरपेक्ष आंदोलन अमेरिका यूरोप जापान जैसे पूंजीवादी देशों से उनकी रक्षा के लिए आवश्यक है!
* नवोदित राष्ट्रों का संगठन होने के कारण इसकी प्रसांगिकता आज भी है इन राष्ट्रों का आर्थिक व राजनीतिक विकास परस्पर सहयोग पर निर्भर है!
*गुटनिरपेक्ष आंदोलन के माध्यम से निशस्त्रीकरण के आवाज उठाई जा रही है जो गुटनिरपेक्ष देशों को सुरक्षा प्रदान कर रही है!
*गुटनिरपेक्ष आंदोलन में शामिल थे विकासशील या अल्पविकसित है सभी समस्याएं लगभग समान है अतः आपसे सहयोग से ही उन्नति हो सकती है!
* वर्तमान महाशक्ति अमेरिका के प्रभाव से मुक्त रहने के लिए निर्गुट राष्ट्रों का आपसी सहयोग भी आवश्यक है!
Q12अंकडॉट पर टिप्पणी दें?
Ans अंक डॉट यानी यूनाइटेड नेशनल कांफ्रेंस ऑन ट्रेड एंड डेवलपमेंट- विकास के लिए नई नीति नमक रिपोर्ट प्रकाशित की गई इस रिपोर्ट में विकासशील देशों को अपने प्रकार प्राकृतिक संसाधनों पर नियंत्रण प्रदान करना गरीब देशों के लिए विकसिको बाजार उपलब्ध करवाना पश्चिमी देशों से आयातित अपनी को सुलभ बनाना विकासशील देशों को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं में अधिक भूमिका प्रदान करना आदि शामिल किया गया!
Q13 महाशक्तियां छोटे देशों के साथ सैन्य गठबंधन क्यों रखती थी?
Ans महाशक्तियां छोटे देशों के साथ सैन्य गठबंधन रखती थी ताकि वे छोटे देशों के संसाधनों जैसे तेल खनिज आदि की भक्ति कर सके सैनिक दिखाना से जान सकते हैं एक दूसरे की जा सकती थी आर्थिक सहायता लेना उनकी सेना का प्रयोग करना!
Q14क्यूबा मिसाइल संकट के समय अमेरिका सोवियत संघ एवं क्यूबा का नेतृत्व कौन कौन से नेता कर रहे थे?
Ansअमेरिका का नेतृत्व राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी कर रहे थे वह सोवियत संघ के राष्ट्रपति निकिता ख्रुश्चेव व क्यूबा के फिदेल कास्त्रो!
Q15 NPT का विस्तार लिखें?
Ans परमाणु अप्रसार संधि!
Q16 नाटो का विस्तार लिखिए?
Ans नॉर्थ अटलांटिक संधि संगठन!
Q17 परमाणु बमों के गुप्त नाम क्या थे?
Ans लिटिल बॉय ,फैट मैन!
Q18 साल्ट का पूर्ण रूप लिखिए?
Ansसामरिक अस्त्र परिसीमन वार्ता!
Q19स्टार्ट का पूर्ण रूप लिखिए?
Ans सामरिक अस्त्र न्यूनीकरण संधि!
Q20UNCTAD का पूर्ण रूप लिखिए?
Ans संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन!
Q21 जापान के किन दो शहरों पर परमाणु हमले किए गए?
Ans हिरोशिमा व नागासाकी!
Q22 नव अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था का प्रमुख लक्ष्य क्या था?
Ans अल्पविकसित देशों का अपने संसाधनों पर नियंत्रण होगा तथा पश्चिमी देशों के बाजारों तक उनकी पहुंच होगी!
Q23 शीत युद्ध के दौरान की गई विभिन्न संधियों के नाम?
Ans LTBP एनपीटी सामरिक अस्त्र परिसीमन वार्ता प्रथम सामरिक अस्त्र परिसीमन वार्ता ,सामरिक अस्त्र न्यूनीकरण संधि ,सामरिक अस्त्र न्यूनीकरण संधि दित्य,CTBT.
Q24 तीसरी दुनिया के देश किन्हें कहा जाता है?
Ans द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात सरपंच एशिया अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के देशों को तीसरी दुनिया के देश के नाम से जाना जाता है!
Q25शीत युद्ध के परिणाम?
Ans गुटनिरपेक्ष आंदोलन का उदय ,हथियारों की होड़ ,हत्यारों पर नियंत्रण, महाशक्तियों की ओर से वैज्ञानिक एवं तकनीकी क्षेत्र में प्रतियोगिता, संयुक्त राष्ट्र संघ की कार्य कुशलता में कमी,दो ध्रुवीय विश्व का उदय सैन्य संधियों का गठन!
Nice ,pd kr achha lga tha Boht kuchh sikhne ko bhi mila
ReplyDeleteThanks sir. Bahut accha apka web. Side he all Detel ke Sath samj AA gya
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